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Friday, 3 June 2016

मिश्र के पिरामिड के बारे में रोचक बातें

 
कुछ मिश्र के पिरामिड के बारे में


लमिस्र के पिरामिड वहां के तत्कालीन फैरो (सम्राट) गणों के लिए बनाए गए स्मारक स्थल हैं, जिनमें राजाओं के शवों को दफनाकर सुरक्षित रखा गया है। इन शवों को ममीकहा जाता है। उनके शवों के साथ खाद्यान, पेय पदार्थ, वस्त्र, गहनें, बर्तन, वाद्य यंत्र, हथियार, जानवर एवं कभी-कभी तो सेवक सेविकाओं को भी दफना दिया जाता था। यह पिरामिड ४५० फुट ऊंचा है। ४३ सदियों तक यह दुनिया की सबसे ऊंची संरचना रहा।१९वीं सदी में ही इसकी ऊंचाई का कीर्तिमान टूटा। इसका आधार १३ एकड़ में फैला है जो करीब १६ फुटबॉल मैदानों जितना है। यह २५ लाख चूनापत्थरों के खंडों से निर्मित है जिनमें से हर एक का वजन २ से ३० टनों के बीच है। ग्रेट पिरामिड को इतनी परिशुद्धता से बनाया गया है कि वर्तमान तकनीक ऐसी कृति को दोहरा नहीं सकती। कुछ साल पहले तक (लेसर किरणों से माप-जोख का उपकरण ईजाद होने तक) वैज्ञानिक इसकी सूक्ष्म सममिति (सिमट्रीज) का पता नहीं लगा पाये थे, प्रतिरूप बनाने की तो बात ही दूर! प्रमाण बताते हैं कि इसका निर्माण करीब २५६० वर्ष ईसा पूर्व मिस्र के शासक खुफु के चौथे वंश द्वारा अपनी कब्र के तौर पर कराया गया था। इसे बनाने में करीब २३ साल लगे। म्रिस के इस महान पिरामिड को लेकर अक्सर सवाल उठाये जाते रहे हैं कि बिना मशीनों के, बिना

Seven Wonders of the Ancient World दुनिया के सात अजूबा


  

 इस तस्‍वीर में सबसे पहले की तस्‍वीर गीजा के पिरामिड की है जिसके बारे में जानने के लिये यहाॅ क्लिक करें तथा दूसरी तस्‍वीर बेबीलोन के झूलते बाग की है जिसके बारे में जाननें के लिये यहॉ क्लिक करें तथा तीसरी तस्‍वीर में आर्टेमिस का मन्दिर है जिसके बार में जाननें के लिये यहॉ क्लिक करें तथा चौथी तस्‍वीर ओलम्पिया में जियस की मूर्ति की है जिसके बारे में जाननें के लिये यहॉ क्लिक करें तथा पॉचवी तसवीर माउसोलस का मकबरा की है जिसके बारें में जाननें के लिये यहॉ क्लिक करे तथा छठी तस्‍वीर रोडेस की विशाल मूर्ति  की है जिसके बारें में जाननें के लिये यहॉ क्लिक करें तथा सातवी तस्‍वीर ऐलेक्‍जेन्ड्रिया का रोशनी घ्‍ार की है जिसके बारे जाननें के लिये यहॉ क्लिक करें

माउसोलस का मकबरा

माउसोलस का मकबरा के बारे में जानकारी नहीं है। यह भी प्राचीन के सात अजूबे में से एक है।